किसी ने चंद बेहतरीन पंक्तियां कही हैं (Someone has recited following great lines):
मुकाम तो वो चाहिए, कि…
जिस दिन भी हार जाऊं,
जीत खुद आ कर कहे…
माफ़ करना मज़बूरी थी !
– Anonymous
किसी ने चंद बेहतरीन पंक्तियां कही हैं (Someone has recited following great lines):
मुकाम तो वो चाहिए, कि…
जिस दिन भी हार जाऊं,
जीत खुद आ कर कहे…
माफ़ करना मज़बूरी थी !
– Anonymous